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लेखनी प्रतियोगिता -14-Mar-2022 चूहे बिल्ली का खेल

जिंदगी और मौत के बीच ये कैसा है चूहे बिल्ली का खेल 
जीवन जीने के लिए इन दोनों में कैसे होती है रेलमपेल 
मौत बिल्ली की तरह हरदम जिंदगी निगलना चाहती है 
जिंदगी मौत से डर के मारे , इधर उधर बचती फिरती है 
जिंदगी की राह में पिंजड़े की तरह पचासों रोड़े ही रोड़े हैं 
दुख बहुत ज्यादा हैं यहां पर और सुख बहुत ही थोड़े हैं 
क्या पता कब कौन कुछ खाने पीने का लालच ही दे जाये 
लालच में फंसकर जिंदगी चूहे की तरह  कैद ना हो जाये 
क्या पता कोई छुपा दुश्मन आटे में जहर मिलाकर रख दे 
बेचारे चूहे की जिंदगी का पत्ता  पल में कटाकर रख दे 
जीना बड़ा मुश्किल है आसां नहीं , ये सब जानते हैं लोग 
मौत तो एक दिन आयेगी  फिर भी मौत से भागते हैं लोग 
कल क्या होगा इसकी फिकर में आज को ना बरबाद करो 
जितनी जिंदगी भाग्य में लिखी है उसे मजे में आबाद करो 

हरिशंकर गोयल "हरि"
14.3.22 


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14 Comments

Shrishti pandey

15-Mar-2022 05:55 PM

Nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

15-Mar-2022 06:38 PM

💐💐🙏🙏

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Seema Priyadarshini sahay

15-Mar-2022 05:09 PM

बहुत खूबसूरत

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Hari Shanker Goyal "Hari"

15-Mar-2022 06:38 PM

💐💐🙏🙏

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Gunjan Kamal

15-Mar-2022 02:25 PM

Very nice

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Hari Shanker Goyal "Hari"

15-Mar-2022 04:40 PM

💐💐🙏🙏

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